दुनिया की सबसे ऊंची इमारत का खिताब अपने नाम करने वाली दुबई की ये बिल्डिंग विजनरी आइडिया और साइंस का बेहतरीन कॉम्बिनेशन है। इसके अलावा दुनिया की सबसे ऊंची फ्रीस्टैंडिंग इमारत, सबसे तेज और लंबी लिफ्ट, सबसे ऊंची मस्जिद, सबसे ऊंचे स्विमिंग पूल और सबसे ऊंचे रेस्टोरेंट का खिताब भी बुर्ज खलीफा के नाम ही दर्ज है।
828 मीटर (2,716.5 फीट) ऊंची इस इमारत में 160 फ्लोर हैं। इस बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन 2004 में शुरू होकर 2009 में पूरा हुआ। दुबई के डाउनटाउन में मौजूद इस बिल्डिंग को 2010 में पब्लिक के लिए खोला गया। इसका नाम यूएई के प्रेसिडेंट खलीफा बिन जाएद अल नाहयान के नाम पर रखा गया। यह इस्लामिक आर्किटेक्चर का बेहतरीन नमूना है।
बुर्ज खलीफा के कंस्ट्रक्शन से जुड़े फैक्ट्स
* प्राइमरी स्ट्रक्चर मजबूत कंक्रीट का।
* निर्माण में 330,000 क्यूबिक मीटर कंक्रीट और 55,000 टन स्टील का इस्तेमाल।
* निर्माण में तीन टावर क्रेनों का इस्तेमाल किया गया, एक क्रेन 25 टन का वजन उठाने में सक्षम।
* 45,000 क्यूबिक मीटर कंक्रीट का इस्तेमाल सिर्फ बिल्डिंग की नींव बनाने में हुआ।
* नींव के लिए 1.5 मीटर डायमीटर वाले 43 मीटर लंबे 192 पाइल्स बनाए गए। ये जमीन में 50 मीटर गहराई तक बनाए गए।
* दुबई की भीषण गर्मी का सामना करने के लिहाज से इसकी क्लैडिंग तैयार की गई।
* बुर्ज खलीफा की बाहरी क्लैडिंग के लिए 26000 ग्लास पैनल इस्तेमाल किए गए।
* इसके लिए चीन से 300 क्लैडिंग स्पेशलिस्ट बुलाए गए थे।
* टॉप फ्लोर का तापमान ग्राउंड फ्लोर की तुलना में 15 डिग्री कम।
* निर्माण में 97 अरब रुपए की लागत आई।